पूर्व लाट साहब को अब ग्वालियर रास नहीं आया


 ग्वालियर से लाट साहब रहे कप्तान साहब अपनी नई पारी खेलना चाहते है इसीलिये उन्हें अब ग्वालियर रास नहीं आ रहा है। वैसे भी हरियाणा व त्रिपुरा से लौटने के बाद पुराना ग्वालियर कहां पसंद आने वाला हैं। कार्यकाल पूरा होने के बाद वह ग्वालियर की जगह भोपाल चले गये हैं।
भोपाल में अब वह पुनः संभवतः सक्रिय राजनीति में लौटना चाह रहे हैं। उन्हें लगता है कि भाजपा नेताओं के आपसी द्वंद में उनकी लाॅटरी निकल सकती है। वह भोपाल को केन्द्र कर अपना मिशन लेकर चल रहे है।