अपने कमल दल वाली पार्टी को जिले की कमान सम्हालने के लिए कोई नया नेता मिल ही नहीं पा रहा है, जो भी नाम जादौन भाई से लेकर माखीजानी तक सामने आ रहे हैं, उनकी फाइलें लेकर विरोधी भोपाल तक चक्कर लगा आये है। कुछ ने संगठन मंत्री तिवारी साहब के भी कान भर दिये हैं।
इस सारी कवायद से लगता है कि अब पार्टी आलाकमान कहीं देवेश गुरू को ही न रिपीट कर दें। वैसे मुरार के देवेश भाई मुरार के ही अपने बड़े नेता के खास हैं।
नहीं मिल रहा है,जिले की कमान सम्हालने के लिए कोई नया नेता